लबर-लबर, कपार, मरखंडी, झोंटा, पेश है गुदगुदाने वाले बिहारी शब्दों की पूरी लिस्ट
'अब एकदम अन्नस बर गया है लबर-लबर कोई नहीं बोलेगा नहीं तो कूट देंगे'... !!! यकीनन पहला ही वाक्य पढ़ने के बाद आपके दिमाग में यह सवाल कौंध गया होगा कि आज यहां बात ठेठ बिहारी अंदाज में क्यों हो रही है? तो हम आपका कन्फ्यूजन दूर कर देते हैं। इस खास अंदाज में बात करने के पीछे हमारा मकसद है दुनिया को बिहार में बोली जाने वाली कुछ खास शब्दों से रुबरु कराना। यहां लोगों द्वारा किसी खास परिस्थिति में किसी खास वजह से इस्तेमाल किये जाने वाले ये शब्द जितने छोटे होते हैं उसका मतलब उतना ही बड़ा और दिलचस्प होता है। ऐसे शब्द आपको गुदगुदाते भी हैं। हमारा दावा है कि ऐसे शब्दों की यह लिस्ट पढ़कर आपको होठों पर भी मुस्कान बिखर जाएगी और टेंशन तो ' कपार' (दिमाग) से बिल्कुल ही गायब हो जाएगा। भकुआना 'भकुआने' की जरूरत बिल्कुल नहीं है, क्योंकि अभी तो ये आगाज है और ना ही ज्यादा दिमाग लगाने की जरुरत है। बस इन शब्दों को अपनी भाषा में जोड़िए और मजे लेते जाइए। दरअसल बिहारियों द्वारा बातचीत के दौरान अक्सरहा इस्तेमाल किये जाने वाले इस बेहद ही पॉपुलर शब्द (भकुआने) का मतलब होता है अचरज में प